हरिद्वार दिसम्बर 11 ;कुल भूशण षर्माद्ध श्रीरामचरित मानस कथा के सप्तम दिवस की बेला में कथा व्यास साध्वी विश्वेश्वरी देवी ने भगवान श्रीराम के पावन चरित्र को श्रवण कराते हुए कहा कि भगवान राम आदर्श के उच्चतम शिखर हैं वे आदर्श पुत्र, शिष्य, भाई और राजा है। भगवान राम के आदर्शों को जीवन में आत्मसात कर आदर्श समाज और राष्ट्र की स्थापना की जा सकती हैं।
केवट के विषय में बताते हुए कथा व्यास ने कहा कि वह केवट श्रद्धालु है जो भगवान के प्रति निष्ठावान है जो प्रभु प्रेमी है जो नाव उतराई के रूप में पुनः आने का वचन ले लेता हैं। सप्तम दिवस की कथा में कथा व्यास ने भरत, शबरी प्रसंग श्रवण कराये। इस अवसर पर मुख्य यजमान जगदीशलाल पाहवा, सुशीला, गगन पाहवा, नरेंद्र भास्कर, महंत रोहित गिरि, अमित शर्मा, ओमकारनाथ गर्ग, मनोज गर्ग रहे। प्रसाद की सेवा श्याम अदलक्खा, रविन्द्र शर्मा, प्रदीप शर्मा की रही।
कथा के मध्य भूमा पीठाधीश्वर स्वामी अच्युतानंद तीर्थ महाराज का आगमन हुआ। स्वामी अच्युतानंद तीर्थ महाराज का स्वागत मुख्य संरक्षण कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, महंत रूपेन्द्र प्रकाश, विधायक आदेश चौहान, रूड़की के मेयर गौरव गोयल, उत्तराखंड संस्कृत अकादमी के उपाध्यक्ष डॉ. प्रेमचन्द शास्त्री,, पार्षद अनिरूद्ध भाटी, विनित जौली, राजेश शर्मा, सपना शर्मा, वरिष्ठ भाजपा नेता चमन चौहान
दीपेन्द्र चौधरी, एसएसपी सैंथिल अबूदेई कृष्णराजएस, रूड़की के विधायक प्रदीप बत्रा, अजय सिंघल पहुंचे उनका स्वागत कथा के संयोजक मुकेश कौशिक, अनिल कुमार, विमलेश आहुजा, नरेश शर्मा, प्रमोद पांधी, आलोक शर्मा ने किया। इस मौके पर डा0 नरेष मोहन विष्वास सक्सेना उज्जवल पंिडत घनष्याम ंिसह संजीव त्यागी सहित विभिन्न लोग उपस्थित थे।
आदर्श के उच्चतम शिखर है भगवान राम: साध्वी विश्वेश्वरी
• Bhaskara Nand Barmola